अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए क्या करे?
keep heart healthy- अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए हमें संतुलित आहार लेना चाहिए, नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, स्वस्थ वजन बनाए रखना चाहिए, धूम्रपान से बचना चाहिए, और तनाव का प्रबंधन करना चाहिए। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, स्वस्थ वजन बनाए रखें, धूम्रपान से बचें, तनाव का प्रबंधन करें,डॉक्टर से नियमित जांच करवाए।
संतुलित आहार (Healthy Diet)
keep heart healthy-
- ज्यादा हरी सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज (whole grains ), दाले , ओमेगा- ३ युक्त चीजे (जैसे अलसी अखरोट, मछली खाए।
- रोजाना १-२ चमच्च अलसी (flax seeds) या चिया सीड्स का सेवन कर। इसमें हृदय के लिए जरुरी फैटी एसिड होता है।
- तले हुए, ज्यादा नमक वाले, प्रोसेस्ड और जंक फूड से बचें। ज्यादा नमक से ब्लड प्रेशर बढ़ता है जो दिल पर सीधा असर करता है ।
- ट्रांस फैट (जैसे पेस्ट्री, बिस्किट) और सैचुरेटेड फैट (जैसे बटर, घी की अधिकता) कम लें।
- कोल्ड ड्रिंक, मिठाई, बिस्कुट, पैकेट वाला जूस इसे शुगर बढ़ती है और कोलेस्ट्रॉल हमने लगता है ।
नियमित व्यायाम जरूरी है (Regular Exercise)
- हर दिन कम से कम 30 मिनट तेज चलना, योग, साइकलिंग या तैराकी करें।
- हफ्ते में कम से कम 5 दिन एक्टिव रहें।
- रोज 7000 से 10000 कदम चलने का लक्ष्य रखे।
तनाव काम करे (Reduce Stress)
- तनाव और चिंता से दिल की धड़कन तेज होती है और रक्तचाप बढ़ता है ।
- ध्यान (meditation), प्राणायाम, योग और पर्याप्त नींद तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
- मनपसंद काम करें, दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।
धूम्रपान और शराब से बचें (Avoid Smoking & Alcohol)
- धूम्रपान दिल की बीमारियों का मुख्य कारण है — इसे पूरी तरह छोड़ दें।
- शराब यदि पीते हैं तो सीमित मात्रा में लें या पूरी तरह छोड़ दें।
- स्मोकिंग और अत्यधिक शराब हृदय को नुकसान पहुंचता है।
- धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है जिसे दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलत।
पर्याप्त पानी पीएं (Stay Hydrated)
- पानी रक्त को पतला रखने में मदद करता है और दिल की धड़कन को नियंत्रित करता ।
- दिनभर 8 से 10 ग्लास पानी पीएं।
वजन नियंत्रण में रखें (Maintain Healthy Weight)
- मोटापा दिल पर दबाव डालता है — BMI (Body Mass Index) को सामान्य (18.5–24.9) में रखें।
नियमित जाँच कराएं (Regular Health Checkups)
ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और ईसीजी की समय-समय पर जांच करवाएं – खासकर अगर उम्र ४०+ है या परिवार में हृदय रोग का इतिहास ह।
अगर पहले से कोई समस्या है तो डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा लें और फॉलो-अप करें।
जल्दी जांच ले अगर ए लक्षण दिखे तो
सीने में भारीपन या दर्द
थकावट जल्दी होना
सांस लेने में तकलीफ
बांह या जबड़े में दर्द
पसीना आना या चक्कर आना
ऐसा कुछ महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।